Gulzar、Nihira Joshi、Arijit Singh - Sajde
[00:00.00]时代音乐网 www.78497.com [00:00.36]एक ख़्वाब ने आँखें खोली हैं [00:03.80]क्या मोड़ आया है कहानी में [00:08.06]वो भीग रही है बारिश में [00:10.98]और आग लगी है पानी में [00:15.33]रब लब्भा पापियां नु [00:23.90]जिना चंगे काम ना चंगे लगदे [00:33.37]ओ किवें पिंड कजिये [00:40.87]अस्सी चोल पाके वि नंगे लगदे [01:23.60]ओ ज़िन्दगी यूँ गले आ लगी है आ लगी है [01:31.00]कोई खोया हुआ बरसों के बाद आ गया [01:40.26]ओ फीके फीके थे दिन रात मेरे साथ मेरे [01:47.88]छुआ तूने तो जीने का स्वाद आ गया [01:53.47]एक तरह के आवारा थे [01:58.22]एक तरह की आवारगी [02:03.11]दीवाने तो पहले भी थे [02:07.86]अब और तरह की दीवानगी [02:11.74]सजदे बिछावां वे [02:14.09]ओ गली गली हो गली गली हो गली गली [02:17.60]जिस सहर विच मेरा यार वसदा [02:21.07]कमाना पैंदा ये खटके हो खटके [02:25.95]हो इत्थे रब ना कोई उधार लभदा [02:40.90]एक ख़्वाब ने आँखें खोली हैं [02:45.60]क्या मोड़ आया है कहानी में [02:50.44]वो भीग रही हैं बारिश में [02:57.80]और आग लगी है पानी में [03:05.42]ख्वाबी ख्वाबी सी लगती है दुनिया [03:10.16]आँखों में ये क्या भर रहा है [03:15.04]मरने की आदत लगी थी [03:19.76]क्यों जीने को जी कर रहा है [03:24.75]पहले तो बेगानी नगरी में [03:29.47]हमको किसी ने पुछा न था [03:34.39]सारा सेहर जब मान गया तो [03:38.99]लगता है क्यों कोई रूठा न था [03:42.75]सजदे बिछावां वे [03:45.18]ओ गली गली हो गली गली हो गली गली [03:48.77]जिस सहर विच मेरा यार वसदा [03:52.26]कमाना पैंदा हो खटके हो खटके [03:57.15]हो इत्थे रब ना कोई उधार लभदा [04:05.45]ओ ज़िन्दगी यूँ गले आ लगी है आ लगी है [04:14.24]कोई खोया हुआ बरसों के बाद आ गया [04:19.83]एक तरह के आवारा थे [04:24.55]एक तरह की आवारगी [04:29.43]दीवाने तो पहले भी थे [04:34.29]अब और तरह की दीवानगी [04:38.12]सजदे बिछावां वे [04:40.40]ओ गली गली हो गली गली हो गली गली [04:43.91]जिस सहर विच मेरा यार वसदा [04:47.52]कमाना पैंदा हो खटके हो खटके [04:52.42]हो इत्थे रब ना कोई उधार लभदा [04:57.13]सजदे बिछावां वे [04:59.53]ओ गली गली हो गली गली हो गली गली [05:02.99]जिस सहर विच मेरा यार वसदा [05:06.62]कमाना पैंदा हो खटके हो खटके [05:11.50]हो इत्थे रब ना कोई उधार लभदा
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[00:00.00]时代音乐网 www.78497.com[00:00.36]एक ख़्वाब ने आँखें खोली हैं
[00:03.80]क्या मोड़ आया है कहानी में
[00:08.06]वो भीग रही है बारिश में
[00:10.98]और आग लगी है पानी में
[00:15.33]रब लब्भा पापियां नु
[00:23.90]जिना चंगे काम ना चंगे लगदे
[00:33.37]ओ किवें पिंड कजिये
[00:40.87]अस्सी चोल पाके वि नंगे लगदे
[01:23.60]ओ ज़िन्दगी यूँ गले आ लगी है आ लगी है
[01:31.00]कोई खोया हुआ बरसों के बाद आ गया
[01:40.26]ओ फीके फीके थे दिन रात मेरे साथ मेरे
[01:47.88]छुआ तूने तो जीने का स्वाद आ गया
[01:53.47]एक तरह के आवारा थे
[01:58.22]एक तरह की आवारगी
[02:03.11]दीवाने तो पहले भी थे
[02:07.86]अब और तरह की दीवानगी
[02:11.74]सजदे बिछावां वे
[02:14.09]ओ गली गली हो गली गली हो गली गली
[02:17.60]जिस सहर विच मेरा यार वसदा
[02:21.07]कमाना पैंदा ये खटके हो खटके
[02:25.95]हो इत्थे रब ना कोई उधार लभदा
[02:40.90]एक ख़्वाब ने आँखें खोली हैं
[02:45.60]क्या मोड़ आया है कहानी में
[02:50.44]वो भीग रही हैं बारिश में
[02:57.80]और आग लगी है पानी में
[03:05.42]ख्वाबी ख्वाबी सी लगती है दुनिया
[03:10.16]आँखों में ये क्या भर रहा है
[03:15.04]मरने की आदत लगी थी
[03:19.76]क्यों जीने को जी कर रहा है
[03:24.75]पहले तो बेगानी नगरी में
[03:29.47]हमको किसी ने पुछा न था
[03:34.39]सारा सेहर जब मान गया तो
[03:38.99]लगता है क्यों कोई रूठा न था
[03:42.75]सजदे बिछावां वे
[03:45.18]ओ गली गली हो गली गली हो गली गली
[03:48.77]जिस सहर विच मेरा यार वसदा
[03:52.26]कमाना पैंदा हो खटके हो खटके
[03:57.15]हो इत्थे रब ना कोई उधार लभदा
[04:05.45]ओ ज़िन्दगी यूँ गले आ लगी है आ लगी है
[04:14.24]कोई खोया हुआ बरसों के बाद आ गया
[04:19.83]एक तरह के आवारा थे
[04:24.55]एक तरह की आवारगी
[04:29.43]दीवाने तो पहले भी थे
[04:34.29]अब और तरह की दीवानगी
[04:38.12]सजदे बिछावां वे
[04:40.40]ओ गली गली हो गली गली हो गली गली
[04:43.91]जिस सहर विच मेरा यार वसदा
[04:47.52]कमाना पैंदा हो खटके हो खटके
[04:52.42]हो इत्थे रब ना कोई उधार लभदा
[04:57.13]सजदे बिछावां वे
[04:59.53]ओ गली गली हो गली गली हो गली गली
[05:02.99]जिस सहर विच मेरा यार वसदा
[05:06.62]कमाना पैंदा हो खटके हो खटके
[05:11.50]हो इत्थे रब ना कोई उधार लभदा